ग्राम गोतपुर की निवासी 32 वर्षीय श्रीमती पार्वती नेताम का जीवन संघर्ष और हिम्मत का अद्भुत उदाहरण है। जब वे गर्भवती थीं, तो उन्हें ग्राम सेवा केंद्र के माध्यम से “असंगठित कर्मकार प्रसूति सहायता योजना” के बारे में जानकारी दी गई और उनका श्रम पंजीकरण 7 सितंबर 2023 को ग्राम सेवा केंद्र के माध्यम से किया गया।
पहले बच्चे के जन्म के समय जानकारी के अभाव में वे इस योजना का लाभ नहीं ले पाई थीं। लेकिन जब उनका दूसरा बच्चा हुआ, तो ग्राम सेवा केंद्र के माध्यम से उन्होंने प्रसूति सहायता योजना के लिए आवेदन किया। इस आवेदन के माध्यम से, उन्हें 10 मार्च 2024 को 20,000 रुपये की सहायता राशि प्राप्त हुई।
यह सहायता राशि श्रीमती पार्वती नेताम के लिए एक बड़ी राहत साबित हुई। उन्होंने इस राशि का उपयोग अपने नवजात बच्चे की देखभाल और पालन-पोषण में किया। इस योजना से मिली मदद ने उन्हें आर्थिक दृष्टि से मजबूत किया और उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाया।
श्रीमती पार्वती नेताम की यह कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक नहीं होते। उनकी सफलता की कहानी यह दिखाती है कि सही जानकारी और समय पर सही कदम उठाने से जीवन में बड़ी मदद मिल सकती है। श्रीमती पार्वती नेताम ने अपने अधिकारों का उपयोग करके न केवल अपने परिवार के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि अन्य लोगों को भी प्रेरित किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।